17Jun
Read more...
17Jun
Read more...
17Jun
Read more...
17Jun
Read more...
17Jun
Read more...
17Jun
कैसे उसने ये सब कुछ मुझसे छिपकर बदला ,
चेहरा बदला, रास्ता बदला बाद में घर बदला ,
मैं उसके बारे में ये कहती थी लोगो से ,
मेरा नाम बदल देना अगर वो शख्स बदला ..
17Jun
Read more...
17Jun
Read more...
17Jun
मेरे ख्वाबो का कोई आशियाना नहीं हैं ,
अपने दर्दों को मुझे मिटाना नहीं हैं ,
मेरी मजबूरियों का फ़साना भी क्या अजीब हैं ,
मुझे रोना हैं पर किसी को बताना नहीं हैं ..
17Jun
Read more...
दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !
चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !
![1x92](https://sureshjain.com/wp-content/uploads/2023/06/1x92.png)