sureshjain.com2023-09-16T12:35:03+05:30
ज्यादा Available होने से भी, इंसान की Value घट जाया करती हैं...
sureshjain.com2023-07-06T22:20:22+05:30
शीशे में डूब कर पीते रहे उस जाम को,
कोशिशें की बहुत मगर" भुला ना पाए तेरे एक नाम को !!
sureshjain.com2024-02-12T20:52:22+05:30
यूँ तो अमरोहा से मेरा कोई नाता ना था फिर कमबख्त नामुराद मोहब्बत हुई और उसपर सितम तुझ बेवफा से हुई और हम खुद बे खुद जॉन ऐलिया के मुरीद हो गए
sureshjain.com2024-08-28T13:04:07+05:30
यूँ भी हयात में है, जवानी की अहमियत जैसे शदीद प्यास में पानी की अहमियत रफ़्तार में रहें न रहें और बात है लेकिन है ज़िंदगी में रवानी की अहमियत लोगों ने सिर्फ़ सुन के, बजा दी हैं तालियाँ किरदार को पता है कहानी की अहमियत लफ़्ज़ों की गुफ़्तुगू से ज़ियादा है बात में लहजे की और उसके मआनी की अहमियत कितनी ही ख़ूब क्यूँ न हो ख़्वाहिश नई नई रहती है ज़िंदगी में पुरानी की अहमियत जकड़े हुए हैं आज भी हम इस रिवाज में राजा के बाद होती है रानी की अहमियत राघवेंद्र द्विवेदी
sureshjain.com2024-03-02T12:29:00+05:30
नैतिकता, समानता तथा न्याय के सिद्धांत कैलेंडर के साथ नहीं बदलते।
sureshjain.com2023-07-06T22:21:06+05:30
सच्ची मोहब्बत एक न एक दिन लौटकर जरूर आती
हैं, या तो Sorry बोलने या फिर शादी का कार्ड देने
sureshjain.com2023-10-17T12:07:26+05:30
ख़ामोश हूं मैं भी वक्त की तरह, शोर करूंगी तो समझना कयामत आ गईं!
sureshjain.com2024-08-27T18:49:52+05:30
किस्तों में बिखरीं हँसी देखी है हमनें ज़िंदा रह कर ख़ुदकुशी देखी है....!!
sureshjain.com2024-08-27T18:50:37+05:30
अपनी जिंदगी में Royal लोगों को नहीं, बल्कि Loyal लोगों को अहमियत दीजिए...!!
sureshjain.com2023-07-06T22:21:55+05:30
चराग-ए-इश्क कभी दिल से जलाया न करो ,
जलाओ तो जलाकर नफरत से बुझाया न करो,
............ गम ये नहीं के भूल गए तुम हमको...
बात ये है के , इस कदर याद तुम आया न करो...!!
sureshjain.com2023-07-06T22:13:47+05:30
बड़बोले किसी के सगे नहीं हैं
वे जिस पौधे को लगाते हैं
कुछ दिनों बाद
एक बार उसे उखाड़कर देख लेते हैं
कहीं जड़ तो नहीं पकड़ रहा
~ दिनेश कुशवाह
sureshjain.com2024-06-25T15:46:37+05:30
यह लड़ाई साझी थी...
मुल्क से मुहब्बत साझी थी
नफ़रत से लड़ाई साझी थी
कभी-कभी जो होती थी
वो हताशा साझी थी
झीख...खीज...अनबन
हंसी-बैठकी
सब साझी थी
और साझी रहेगी
तुम्हारा हिस्सा
अब तुम्हारी यादें देंगी
तुम्हारी यादें
सब में साझी रहेंगी
sureshjain.com2024-04-03T13:27:20+05:30
कुछ साल सुखों को ताक रखना पड़ेगा
खुद को खुद की औकात पर रखना पड़ेगा।
नीदें तुम्हें हर रात सुला देना चाहेंगी मगर
तुम्हें पहरा किताब पर रखना पड़ेगा ।।
sureshjain.com2024-08-28T13:11:18+05:30
रास्ते कभी बंद नहीं होते, अक्सर लोग हिम्मत हार जाते हैं..!! प्रेम चतुर्वेदी
sureshjain.com2024-08-28T14:39:48+05:30
हाथ खाली हैं तेरे शहर से जाते जाते,
जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते,
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है,
उम्र गुजरी है तेरे शहर में आते जाते !
sureshjain.com2023-10-19T15:44:48+05:30
कर्म ध्यान से कीजिए क्योंकि ना किसी की दुआ खाली जाती है और ना बदुआ !
sureshjain.com2024-08-27T22:29:44+05:30
माना सबकुछ नहीं मिला है ज़िन्दगी में, पर क्या घर में माँ का होना काफ़ी नहीं है।
sureshjain.com2023-11-05T13:07:01+05:30
हम को रोज़ी खींच लाई शहर के सहराओ में फूल, तितली, एक लड़की रह गए सब गाँव में आज शोहरत के सफ़र में याद आता है वो पल अपना दिल रखा था हमने जब किसी के पाँव में..!!
sureshjain.com2023-10-24T09:21:15+05:30
पहले तसल्ली करो वफादार कौन है.. वक्त तो बता ही देगा गद्दार कौन है..!!
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !