sureshjain.com2023-07-06T22:21:55+05:30 चराग-ए-इश्क कभी दिल से जलाया न करो , जलाओ तो जलाकर नफरत से बुझाया न करो, ………… गम ये नहीं के भूल गए तुम हमको… बात ये है के , इस कदर याद तुम आया न करो…!!