पहले कच्चे घरों में
स्वर्ग की अनुभूति हुआ करती थी
अब शीश महल में
अपनेपन का स्पर्श नहीं मिल पाता
sureshjain.com2024-09-23T14:44:40+05:30
पुरानी आदतों को है बदलना अब मुश्किल
मेरी मुहब्बत को तुम वही आदत समझो
sureshjain.com2024-09-23T12:58:35+05:30
याद रखना सपने तुम्हारे है
तो पुरे भी तुम ही करोगे ,
न तो हालात तुम्हारे हिसाब से होंगे
और न ही लोग !
sureshjain.com2024-09-20T09:36:25+05:30
अहंकार की...
सबसे बड़ी खराबी यही है कि...
यह कभी भी इन्सान को..
महसूस नहीं होने देता कि...
वह गलत है...
sureshjain.com2024-09-20T09:35:41+05:30
किसी की भावनाओ के साथ प्रयोग मत कीजिये
किसी का जीवन आपकी प्रयोगशाला नहीं है...
sureshjain.com2024-09-19T14:13:04+05:30
लोगों के काम आते रहिये,
क्योंकि क़ुदरत का एक उसूल है,
कि जिस कुएँ से लोग पानी पीते रहें,
वो कभी सूखता नहीं है