sureshjain.com2024-08-27T17:51:16+05:30
तुम कहते हो कि तुम्हें बारिश से प्यार है लेकिन उसमें चलने के लिए तुम छाता इस्तेमाल करते हो तुम कहते हो तुम्हें हवा से प्यार है लेकिन जब वो आती है तो तुम खिड़कियां बंद कर देते है इस लिए मैं डरता हूँ जब तुम कहते हो कि तुम मुझे प्यार करते हो। बॉब मार्ले
sureshjain.com2024-08-28T13:01:25+05:30
ना जाने कौन सी दौलत है तुम्हारे लहज़े में,
बात करते हो तो दिल खरीद लेते हो….
sureshjain.com2024-08-28T15:11:51+05:30
घमंड किस बात का है, जनाब ऊपर से लेमिनेशन हटा दो तो,
अंदर से सब इतने ही खूबसूरत है..!!
sureshjain.com2024-08-28T15:20:06+05:30
तुम पढ़ नहीं पाओगे उदासियां मेरी ,
कि मुस्कुराने के हुनर में हम इतने माहिर हैं ..!!
sureshjain.com2024-08-28T14:28:38+05:30
ये झुमके , ये काजल , ये लाली ,
और लोग कहते हैं , कि चाॅंद ख़ूबसूरत हैं..!! ⊰𖤍⊱┈─
sureshjain.com2023-07-06T22:12:10+05:30
लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे ,
आखिर हमारा पीना ही आज हमारे काम आया
sureshjain.com2024-02-11T12:08:28+05:30
तेरी यादों की ख़ुशबू से हम महकते रहते है, जब-जब तुझको सोचते है बहकते रहते हैं !!
sureshjain.com2024-04-09T11:26:33+05:30
वो ख़्वाब रात का
चाय साँझ की
बारिश की बूंदें रूमानी
वही समां पुराना
धड़कनों से बतियाना
बदला नहीं है कुछ भी
वही मिज़ाज़ आशिकाना
चलो निभाते हैं हम तुम
वही पुराना याराना
लेकर चुस्कियाँ चाय की
करेंगे गुफ्तगू शायराना
sureshjain.com2024-08-28T14:28:08+05:30
✯||मजबूत रिश्ते और कड़क चाय धीरे धीरे ही बनते हैं...||✯ᵈ ✯ᵈ᭄•समंदर...༈
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
ख़ुद के साथ समय
बिताने में मज़ा आने लगे
तो समझ जाना
परिपक्व होने लगे हो
sureshjain.com2024-08-27T17:07:08+05:30
हैरत इसपर नहीं कि धर्म का धंधा हो रहा है , हैरत इसपर है पढ़ा लिखा भी अंधा हो रहा है !
sureshjain.com2024-08-27T16:17:33+05:30
कभी-कभी लोग सच नहीं सुनना चाहते क्योंकि वे नहीं चाहते कि उनका भ्रम टूट जाए। फ़्रेडरिक नीत्शे
sureshjain.com2023-07-06T22:20:49+05:30
किसको सुनाऊं मैं अपनी दर्द भरी दस्ता
कोई मुह बना लेती है,तो कोई भाई
sureshjain.com2023-11-02T14:09:00+05:30
बड़ा ही मुश्किल है उस वक्त में मुस्कुराना जब जिंदगी रुला रही हो कितना आसान है सब्र का टूट कर बिखर जाना जब जिंदगी इम्तहान ले रही हो चारो तरफ ही नज़रे फैलाते है की कोई तो उम्मीद बची हो और उस मझधार से निकालने के लिए जो हाथ दे वो ईश्वर से कम नही..!!
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !