कुछ साल सुखों को ताक रखना पड़ेगा 
खुद को खुद की औकात पर रखना पड़ेगा।
नीदें तुम्हें हर रात सुला देना चाहेंगी मगर
तुम्हें पहरा किताब पर रखना पड़ेगा ।।