sureshjain.com2023-07-06T22:20:09+05:30
मैं हूँ पतंग-ए-काग़ज़ी डोर है उस के हाथ में
चाहा इधर घटा दिया चाहा उधर बढ़ा दिया
sureshjain.com2023-07-06T22:17:57+05:30
ईश्वर जिन्हें खून के रिश्ते में बांधना भूल जाता है...
उन्हें दोस्त बना देता है.
sureshjain.com2023-07-12T03:04:54+05:30
जिंदगी के गणित मे इस तरह से पिछड़ा हूं, 2 लोगो से मिला हूं 200 लोगो से बिछड़ा हूं.
sureshjain.com2024-08-27T18:18:38+05:30
माटी कहै कुम्हार से, तू क्या रौंदे मोय। इक दिन ऐसा आएगा, मैं रौंदूगीं तोय॥ कबीरदास
sureshjain.com2023-09-08T15:41:54+05:30
आपका गिरना एक हादसा हो सकता है... मगर वहीँ पड़े रहना आपकी मर्ज़ी है ..
sureshjain.com2023-08-22T02:32:43+05:30
झूठे इल्जामों की फ़िक्र कभी मत करना , क्योंकि वक्त का ग्रहण तो चाँद भी झेलता है ...
sureshjain.com2024-08-27T22:26:29+05:30
ज़मीर हमेशा सच्चाई से महकते रहना चाहिए , क्यूंकि कागज़ के फूलों पर तितलियां नहीं बैठा करती!
sureshjain.com2023-12-07T23:51:13+05:30
बल से तो दुसमन न जीते, छल से दोगले जीते भी तो क्या जीते......
sureshjain.com2024-02-17T09:34:23+05:30
जो हकीकत में हुआ वो ख्वाबों में कहां था, जो ज़िंदगी सिखाती रही वो किताबों में कहां था...
sureshjain.com2024-02-23T11:39:55+05:30
अहंकार करने पर इंसान की प्रतिष्ठा, वंश,वैभव, तीनों ही समाप्त हो जाते हैं॥
sureshjain.com2024-08-27T14:55:25+05:30
लोग खुद पर ध्यान नहीं देंगे
लेकिन दूसरों को ज्ञान जरुर देंगे….!
sureshjain.com2024-08-27T15:47:30+05:30
अजीब होती है इंसान की फितरत निशानियों को महफूज़ रखकर इंसान को खो देते हैं।
दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !
चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !