sureshjain.com2023-10-15T18:14:53+05:30
मैं तेरे साथ 'गुज़ारा' भी नहीं कर सकता.. और अफ़्सोस 'किनारा' भी नहीं कर सकता..!!
sureshjain.com2024-08-28T14:31:19+05:30
एक फूल हैं…
जो बिना शोर मचाए और भी खूबसूरत तरीके से खिलता हैं…
sureshjain.com2024-08-27T17:08:14+05:30
लोग इंतजार में थे मुझे टूटा हुआ देखने को, एक मैं था जो सहते सहते पत्थर का हो गया।
sureshjain.com2023-09-04T01:33:01+05:30
सूखे कपड़ों से नमी निकाल रहा है, वो मुझमें कुछ यूं कमी निकाल रहा है।
sureshjain.com2023-07-06T22:13:48+05:30
बहुत अच्छे होकर भी आप हर किसी के लिए अच्छे नहीं हो सकते , कहीं बुरे बना दिए जाते हैं तो कहीं बुरे साबित कर दिए जाते हैं …
sureshjain.com2023-10-31T15:15:22+05:30
बिन मेहनत तरक्की चाहकर, रूपयों से खुशियां छांट लेते हैं, स्वाभिमान बेचकर अपना, वो किसी के भी तलवे चाट लेते हैं...
sureshjain.com2023-12-22T16:38:38+05:30
यदि मंज़िल न मिले तो रास्ते बदलो, क्योंकि वृक्ष अपनी पत्तियाँ बदलते हैं जड़े नहीं...
sureshjain.com2023-10-24T09:15:15+05:30
राम, तुम्हारे युग का रावण अच्छा था ! दस के दस चेहरे सब बाहर रखता था !!
sureshjain.com2023-12-16T19:29:14+05:30
सारी उम्र एक ही गलती हमने बार बार दोहराई अन्धों को आँसू दिखलाये बहरों को आवाज़ लगाई
sureshjain.com2024-04-08T12:07:53+05:30
लहज़े में उद्दंडता, खून में उबाल,
जुबां पर ज़हर, अक्ल कम थी,
आयी जब ज़िम्मेदारी तो
मुंहपर झूठी मुस्कान और आंखे नम थी
sureshjain.com2024-02-21T09:45:21+05:30
महीनों की आहट में मोहब्बत करते हैं लोग ,, और दिनों के रिवाज में रिश्ते निभाते हैं लोग..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:21:06+05:30
ईमान बेचकर दौलत कमाने वालों से कह दो,
फरिश्ते कब्रों में रिशवत नहीं लेते
sureshjain.com2023-07-06T22:18:30+05:30
मुफ़्त में नहीं सीखा ,
उदासी में मुस्कराने का हुनर..!
बदले में ज़िन्दगी की ,
हर ख़ुशी तबाह की है..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:18:08+05:30
गहने, झुमके, कंगन के बिना भी मैं तुम्हें सजा सकता हूं
मैं शायर हूं, अपने लफ़्ज़ों से ही तुम्हें दुल्हन बना सकता हूं
sureshjain.com2023-10-14T09:44:05+05:30
नजरें झुकी हैं पर इश्क़ भी बरकरार है हया है चेहरे पर और इज़हार भी कमाल है …
sureshjain.com2023-09-08T13:23:29+05:30
मुनासिब समझो तो मुझे अपनी आंखों पर होंठ रखने दो ये डार्क सर्कल सिर्फ खीरे से ठीक नही होंगें
sureshjain.com2023-07-06T22:12:55+05:30
इंसानी फितरत है साहब,
सज़ा हो या सलाह सिर्फ दुसरो को ही दी जाती है….!!
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !