sureshjain.com2024-08-27T17:47:27+05:30
मजबूत बनो बेटा मां बाप रहम खा लेते है... ये दुनिया रहम नहीं खाती...!!!
sureshjain.com2023-07-06T22:17:45+05:30
चलो अच्छा हुआ कि एक न हो पाये हम,
एक हो कर भी कभी तुम कहाँ मेरे होते ~अर्चना अनिरुद्ध
sureshjain.com2023-07-06T22:18:07+05:30
तड़प के देखो किसी की चाहत में !
तो पता चले कि इंतज़ार क्या होता है !
❤️
यूँ ही मिल जाये अगर कोई बिना तड़पे !
तो कैसे पता चले के प्यार क्या होता है !!
sureshjain.com2023-12-09T10:28:02+05:30
तुम्हारे जुल्मों का हिसाब लिखूं सोच रहा हूँ इश्क़ पर एक किताब लिखूं...
sureshjain.com2023-07-06T22:17:57+05:30
ए इश्क़ मुझे अब और जख्म चाहिए,
मेरी शायरी में अब वो बात नही….!!
sureshjain.com2024-08-28T13:16:25+05:30
मैं निभाता रहा वफ़ा वो धूल झोंकती रही, फना करके मेरी रूह मुझे दफन करती रही..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:14:01+05:30
हमेशा याद रखना एक हारा हुआ व्यक्ति
दूसरे प्रयास में अक्लमंद के साथ खतरनाक होता है..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:24:07+05:30
आते नहीं हैं लोग असल किरदार में कभी,
यहाँ एक से बढ़कर एक अदाकार हैं सभी
sureshjain.com2024-02-09T13:09:14+05:30
बेहद ना हो तो चाहत कैसी जान पर ना बन आए तो मोहब्बत कैसी...!!
sureshjain.com2024-08-27T16:19:05+05:30
मोहब्बत की उम्र में जिंदगी, संघर्षो मे उलझी है। किताबों के बीच गुलाब नही, आज भी 'कलम' रखी है।।
sureshjain.com2023-11-16T12:41:56+05:30
बुद्धि और परिश्रम के शिवाय दुनियाँ में कोई चमत्कार नही है तरक़्क़ी और सुख- शांति का ?
sureshjain.com2024-04-08T11:11:32+05:30
भूख बड़ी बेशर्म है,
उम्र के किसी भी मोड़ पर
आदम जात का तमाशा बना देती है।
sureshjain.com2024-08-28T13:23:01+05:30
मेरी साँसों पर मेघ उतरने लगे हैं, आकाश पलकों पर झुक आया है, क्षितिज मेरी भुजाओं से टकराता है, आज रात वर्षा होगी। कहाँ हो तुम ?
sureshjain.com2023-08-29T08:13:02+05:30
मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग अन्याय के बारे में तभी सोचते हैं जब उनके साथ गलत होता है। चार्ल्स बुकोव्स्की
sureshjain.com2024-03-03T12:28:55+05:30
कई बार हम लोगों को इसलिए भी खो देते है.. क्यूंकि हम उनके लिए जरूरत से ज्यादा मौजूद रहते है..
sureshjain.com2023-07-06T22:20:35+05:30
मैं गांव की अबोध लड़की कहां छुपा पाऊंगी तुम्हारे प्रेम को….
मैं मुस्कुराती भी हूं, तो लोगों को शक हो जाता है…
sureshjain.com2024-08-28T15:37:09+05:30
बातों की उम्र घट सी गई है,, कभी तुम नहीं मिलते,, कभी मैं खो जाती हूं,,
sureshjain.com2023-07-06T22:18:08+05:30
मैं शून्य ही सही तुम्हारी जिंदगी में,
पर,
मेरी कोशिश रहेगी कि तुम्हारे पीछे खड़े रहकर तुम्हारी कीमत बढ़ा सकूं।
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !