एक रोज़ कोई आएगा सारी फुरसत लेकर,
एक रोज़ हम कहेंगे जरूरत नहीं रही अब
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
छोडने की लाख बुराई होने के बाद भी रुकने की एक वजह ही प्रेम होती होगी शायद
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
उसके दिल को भी आधार कार्ड से जोड़ दो,
पता तो चले कितने खाते खुले हैं...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
मां ममता की मूरत बन गयी,
पिता संघर्ष के प्रतीक रह गए।
चोट लगी तो मां के अश्रुधार बहे,
पिता मौन में दुःख को सह गए।।
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
बेशक उठाओ उंगली मेरे किरदार पर
मगर शर्त ये है कि उंगली बेदाग होनी चाहिए
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
जरा भी असर नहीं होता मुझ पर इन सांपों के ज़हर का,
मैंने अपनी जवानी में एक मशहूर नागिन को मुंह लगाया था !
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
काश एक शायरी कभी,
तुम्हारी कलम से ऐसी भी हो,
जो मेरी हो मुझ पर हो और,
बस मेरे लिए ही हो..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
किस्मत के सहारे मुझे ना छोड़ना मेरे "कान्हा,
मुझे तेरी दया के सिवा किसी पर यकीन नही है.
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
अपने संघर्ष को अपना जुनून बना लो,
जब तक वो तुम्हारी कहानी ना लिख दे…