sureshjain.com2024-08-27T17:38:44+05:30
हमें ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैर पर खड़ा हो सके" स्वामी विवेकानंद
sureshjain.com2023-07-06T22:23:39+05:30
पिता तारीफ व्यक्त करते हैं सिर्फ ' मुस्कुराहट ' से, शब्दों से उनका कहाँ नाता है ?? ~ सेजल
sureshjain.com2024-08-27T18:21:53+05:30
हर दिन होता "चीर" हरण है, तुम कितनी "द्रौपदी" बचाओगे, इन "कौरव" की औलादों पर, अब तुम कब "चक्र" चलाओगे..!! विरक्ति
sureshjain.com2024-01-01T01:37:47+05:30
सदा दिवाली सन्त की ,बारह मास बसंत। प्रेम रंग जिन पर चडे ,उनके रंग अनंत ।।
sureshjain.com2023-07-06T22:14:00+05:30
फ़रिश्ते ही होंगे जिनका इश्क़ मुकम्मल हुआ,
इंसानों को तो हमने सिर्फ़ बर्बाद होते देखा हैं..
sureshjain.com2024-08-27T22:30:40+05:30
आंधी ने तोड़ दी है दरख्तों की टहनियां कैसे कटेगी रात परिंदे उदास हैं!
sureshjain.com2023-07-06T22:21:19+05:30
मुस्कान को तमीज चाहिए
आंसुओ को तन्हाई
अकेला पन जब काटने लगा
तो बचपन की याद आई
भीड़ बहुत है आसपास सबके
पकड़े है कोई न कोई हाथ भी
दिल ने जब सुकून चाहा
याद मां की गोद ही आई
हां खुश हूं में कहता है हर कोई
हंसी झूठी चेहरे पे सजा के
जो मुस्कुराना आंसुओ ने चाहा
पापा की डांट ही याद आई
sureshjain.com2024-08-28T15:23:44+05:30
चांद नहीं, सूरज नहीं,
एक छोटा सा ख्वाब मांगा था,
इक उम्र नहीं, कुछ साल नही,
दो पल का साथ मांगा था,
कोई नाम नही, कोई लफ्ज़ नही,
बस इक एहसास तो मांगा था।।
न हो सका तुमसे इतना भी,
कुछ ज्यादा नहीं…
बस बेकरारी में करार मांगा था !!
sureshjain.com2024-03-25T13:24:34+05:30
मैनें खुद को भी पढ़ कर देखा है.. सिवाये भरोसे और यकीन के कोई खता न था...
sureshjain.com2024-08-28T13:07:13+05:30
सिर्फ़ पोस्ट पढ़ने का ही रिश्ता न रखिए हमसे... कभी चाय+नाश्ते के लिये भी बुलाया करो हमें..!!
sureshjain.com2024-08-27T16:05:15+05:30
मुझे समझ पाना इतना आसान नहीं... गहरा समंदर हूं , खुला आसमान नहीं...!!
sureshjain.com2024-08-27T18:24:17+05:30
इंसानियत की बातें सब करते हैं लेकिन गुस्से में आते ही भूल जाते हैं, वो इंसान हैं।
sureshjain.com2024-08-27T18:21:41+05:30
आज के जीवन का सीधा सा परिचय है… आंसू वास्तविक और मुस्कान अभिनय है…!!
sureshjain.com2024-08-28T13:39:10+05:30
ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है इसे बचाएं, फिलहाल दूरियों से ही इसे सजाएं..!!
sureshjain.com2023-09-10T08:19:40+05:30
लहरों का शोर नहीं सागर का 'शान्त' सुनो , जीवन में कुछ बड़ा करना है, तो एकान्त चुनो ..!!
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !