sureshjain.com2024-08-28T12:40:13+05:30
मेरा दर्द भी इन मोतियों की तरह बिखरा पड़ा रहता हैं,
धागे में पिरोने की कोशिश करूं तो धागे भी टूटने लगते हैं
sureshjain.com2024-08-28T13:36:14+05:30
बेशक फलक तक साथ चलने कि दुआ कीजिए मगर जो ज़िदा हैं ज़मीं पर पहले उनसे वफ़ा कीजिए
sureshjain.com2024-04-13T11:21:55+05:30
झूठ बोलना पाप होता है लेकीन
आत्मविश्वास के साथ झूठ बोलना राजनीति...
sureshjain.com2024-08-28T14:47:58+05:30
तेरा साथ जो मिल जाए तो मंजिल दूर नही...
दुआ मुकम्मल हो जाए तो जिंदगी दूर नही...!!
sureshjain.com2024-08-27T22:33:34+05:30
पुरुष पेड़ पे लगे उन पत्तो कि तरह होते है, जिन्हे धूप तो मिलती है पर छाँव नहीं..
sureshjain.com2024-05-02T10:17:19+05:30
ज़िद्दी हूँ बहुत ज़्यादा गुस्सैल भी हूँ
बत्तमीज़ भी हूँ बेपरवाह भी हूँ
लेकिन मैंने कभी किसी से भी
मतलब के लिए रिश्ते नहीं रखे...
sureshjain.com2024-03-19T11:11:32+05:30
उसे पता ही नहीं इंतजार का मतलब क्योंकि मैं उसके पास कभी देर से गयी ही नहीं
sureshjain.com2023-09-03T12:20:48+05:30
अपने बच्चों को कुछ दें या चाहें न दें , उच्च शिक्षा अच्छे संस्कार अवश्य दें..!!
sureshjain.com2023-11-01T11:49:30+05:30
लड़का अगर बेरोजगार होकर घर बैठ जाए तो दूसरे ही नहीं अपने भी नफ़रत" करते हैं
sureshjain.com2024-03-11T18:32:08+05:30
उस समय कमज़ोर दिखो जब आप मज़बूत हो , और उस समय मज़बूत बनो जब आप कमज़ोर हो ...
sureshjain.com2023-07-06T22:21:30+05:30
उसे बुलाया नहीं जाता ना उसे रोका जाता है.... जिसपर अधिकार ना हो उसे ही मांगना पड़ता है ,
जो तुम्हारा होता है वो हर परिस्थिती मे तुम्हारा होता है और जो तुम्हारी पीड़ाओं का आक्रोश नहीं समझ पाता,
उसके लिये अपने जीवन में मौन रखना कभी उचित नहीं होता. तो फिर यह हुआ, मैने उसे जाने दिया..
sureshjain.com2023-07-06T22:13:34+05:30
बुरा तो तब लगता है जब छिपकली और कॉकरोच से,
डरने वाली लड़की दिल से खेल जाती है.
sureshjain.com2024-08-28T15:24:41+05:30
आदमी जब थक जाता है
स्त्री को ढुँढ़ता है
आदमी जब उब जाता है
स्त्री को ढुँढ़ता है
आदमी जब टुट जाता है
स्त्री को ढुँढ़ता है
इसे दुसरे तरीके से कहें तो
थके टुटे और उबे हुऐ आदमी को
सिर्फ स्त्रीयॉ बचाती हैं..!!
sureshjain.com2024-08-28T13:12:32+05:30
मेरे रोने कि तू परवाह ना कर, अब हालातों से लड़ लेता हूं, तब अश्कों से थे खून बहे, अब खामोशी से रो लेता हूं..!! विरक्ति
sureshjain.com2023-10-27T14:42:07+05:30
ईश्वर हर कमजोर को एक ताक़त देता है, और हर ताक़तवर को एक कमजोरी …..
sureshjain.com2023-07-06T22:20:21+05:30
नुमाइश करने से बढ़ नही जाता इश्क़,
इश्क़ वो भी करते है जो इज़हार नही करते।।
sureshjain.com2024-08-28T13:46:46+05:30
किसी के लिए इतना भी मत गिर जाना की
जिसके लिए गिरे हो वहीं उठाने से इंकार कर दे।
दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !
चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !