यूँ तो न हुईं मेरी राहें रौशन,
मैंने बाप को जलते हुए देखा है
-- अम्बष्ठ
sureshjain.com2023-07-06T22:23:39+05:30
काश एक शायरी कभी,
तुम्हारी कलम से ऐसी भी हो,
जो मेरी हो मुझ पर हो और,
बस मेरे लिए ही हो..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:23:39+05:30
झूठे इल्जामों की फिक्र ना करें वक्त का ग्रहण चाॅंद ने भी झेला था!!
sureshjain.com2023-07-06T22:23:39+05:30
चार दिन की जिंदगी
कुछ भी गिला न कीजिये,
दवा, जाम, इश्क़, जहर जो मिले मजा लीजिये
sureshjain.com2023-07-06T22:23:50+05:30
मुझसे ही क्यो पूछते हो सब, उनके बारे में,
कभी उनसे भी पूछ लिया करो, मेरे बारे में...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:50+05:30
शेरो शायरी कोई खेल नहीं जनाब ।।
जल जाती है जवनियाँ लफ्जो की आग में ।।
sureshjain.com2023-07-06T22:23:50+05:30
माँ बाप का सहारा ऐसे बनो,
जैसे बचपन में वो तुम्हारा सहारा थे...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:50+05:30
खुद पर यक़ीन होना चाहिए क्यूकी ,
सहारे ही इंसान को बेसहारा करते हैं ...