हमने देखा है जो मर्दों की तरह रहते थे ,
वो मस्ख़रे बन गए दरबार में रहने के लिए
हमने देखा है जो मर्दों की तरह रहते थे ,
वो मस्ख़रे बन गए दरबार में रहने के लिए
जिनको हर मोड़ पे कोई मिल जाए
उनको पुराने रास्ते क्या ही याद रहेंगे!!
लोग जिस हाल में मरने की दुआ करते हैं,
मैं ने उस हाल में जीने की क़सम खाई है!!
राख बेशक हूँ मगर सुलगने की तमन्ना अभी भी है ,
जिसको जलना है वो हवा अभी भी दे सकता है ..!!
ज़िंदगी बेहतर बनाने में ज़िंदगी को ही वक्त नहीं दे रहे है। कल की परेशानी के चलते आज को जी नहीं पा रहे है I
मेरा मोहब्बत मेरा तजुर्बा है
अमीर होना और हसीन होना
दोनो ही लाजिम है ,
वरना आपकी मोहब्बत
आपके मुंह पे मार दी जाएगी
क़त्ल हुआ हमारा इस तरह किश्तों में..!!
कभी ख़ंजर बदल गए कभी क़ातिल बदल गए.!!
बड़ी ठोकरें खाकर समझदार हुआ हूं,
अब मैं दिल की बातों पर ध्यान नहीं देता…


