ये लफ्ज़ों के वादे ये किताबी मोहब्बत ..
है आज के दौर में बड़ी खराबी मोहब्बत ... !!
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है,
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है...
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
वही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैंl
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
जिंदा इंसान को गिराने मे और
मरे हुए इंसान को उठाने मे,
ग़ज़ब की एकता दिखाते हैं लोग…
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
मेरे दोस्त सोचने से कहां
मिलते हैं
तमन्नाओं के शहर
चलना भी जरुरी है
मंजिल को पाने के लिए
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
ख़ुद के साथ समय
बिताने में मज़ा आने लगे
तो समझ जाना
परिपक्व होने लगे हो
sureshjain.com2023-07-06T22:22:06+05:30
मेरे दोस्तों नजर को बदलो
तो नजारे बदल जाते हैं
सोच को बदलो तो
सितारे बदल जाते हैं
कश्तियां बदलने की
जरूरत नहीं है
दिशा को बदलो तो
किनारे खुद-
sureshjain.com2023-07-06T22:22:07+05:30
आँखों की गहराई में उतार जाओ,
दिल की धड़कनों में बस जाओ,
ख्वाबों की दुनिया में खो जाओ,
तुम्हारी हर ख़्वाहिश पूरी हो जाए।


