ज़िद्दी हूँ बहुत ज़्यादा गुस्सैल भी हूँ
बत्तमीज़ भी हूँ बेपरवाह भी हूँ
लेकिन मैंने कभी किसी से भी
मतलब के लिए रिश्ते नहीं रखे...
sureshjain.com2024-05-02T10:15:26+05:30
वो सब देख रहा है आपकी पार्थना भी
आपका संघर्ष भी आपकी तकलीफ़ भी
और आपका संयम और कर्म भी...
sureshjain.com2024-05-02T10:14:39+05:30
सच है, विपत्ति जब आती है,
कायर को ही दहलाती है,
शूरमा नहीं विचलित होते,
क्षण एक नहीं धीरज खोते,
विघ्नों को गले लगाते हैं,
काँटों में राह बनाते हैं।
sureshjain.com2024-05-02T09:50:04+05:30
भावनाओ का कहा कोई द्वार होता है..!
जहा हरि मिल जाएं वही हरिद्वार होता है..!
sureshjain.com2024-04-30T12:30:13+05:30
मर्द कि मुस्कराहट उस वक्त गायब हो जाती हैं ,
जब उसका बैंक अकाउंट और जेब दोनों खाली हो
sureshjain.com2024-04-30T12:00:00+05:30
असल में साथ था ही नहीं कोई
बेकार में गुमान होता था अपनों पर !
sureshjain.com2024-04-30T10:15:25+05:30
खुद पर काबू पा लेना ही मनुष्य की सबसे महत्वपूर्ण जीत होती है।