sureshjain.com2024-08-27T16:02:26+05:30
बादलों की ओट से सूरज निकलने वाला है सफर जारी रखो, वक्त बदलने वाला है। यशवर्धन जैन
sureshjain.com2024-03-13T12:28:53+05:30
सांसें उधार ले के गुज़ारी हैं जिंदगी हैरान वो भी थी कि मैं मर क्यूं नहीं गया
sureshjain.com2023-07-06T22:14:00+05:30
कुछ लोग ऐसे मिले जिंदगी में
साथ बैठकर हंस गए और पीठ पीछे डंस गए
sureshjain.com2023-10-31T15:20:55+05:30
उसूलों पर चलती हूँ , बेवजह कुछ ना कहती कोई बेवजह कहेगा तो चुप भी नहीं रहती।
sureshjain.com2024-04-30T10:13:43+05:30
जिस तट पर प्यास बुझाने से
अपमान प्यार का होता हो‚
उस तट पर प्यास बुझाने से
प्यासा मर जाना बेहतर है।
sureshjain.com2023-10-26T15:15:06+05:30
गुस्से में केवल मेरे शब्द बदलते हैं तुम्हारे लिए मेरा प्यार नहीं जान...
sureshjain.com2024-08-27T13:21:34+05:30
चलो कल्पनवाओं का सैर करे दुनियां के भीड़ से पार चले उन्मुक्त भाव उड़ने के चाह भरे मन के उम्मीदें पे पंख जड़े होले होले दुनियां से पार चले जन्नत के चौखट पे पग रखे अलग ही जहां का दीदार करे होगी अनुभूति जो ख्याल करे चांद सितारों दरम्यान रवि रहे बिखरे रोशनी से आफताब हुए ..!!
sureshjain.com2024-08-28T13:19:22+05:30
व्यस्त हूं , मस्त नहीं.... कौन है दोस्तों ऐसा यहां , जिसे कोई कष्ट नहीं..!
sureshjain.com2023-07-06T22:10:23+05:30
प्रेम सिर्फ अपने अच्छे कर्मों और ईश्वर से करो...
ईश्वर सदैव आपका समिप होते हैं....!!
sureshjain.com2024-08-27T22:24:37+05:30
रेशम का जाल है, देखने में सुंदर, किंतु कितना जटिल मुंशी प्रेमचंद
sureshjain.com2023-07-06T22:20:34+05:30
मेरे साथ चलना है तो दर्द सहने के आदी बन जाओ
मेरा मसला है काँटों से खेलना और तुम फूल जैसी हो
sureshjain.com2023-07-06T22:19:31+05:30
वह झूठ बोल रहा था बड़े सलिके से ,,
मैं ऐतबार न करता तो क्या करता..!!
sureshjain.com2024-08-28T13:07:53+05:30
तूफान ज्यादा हो तो कश्तियां डूब जाती हैं और घमंड ज्यादा हो तो हस्तियां डूब जाती हैं..
sureshjain.com2024-08-27T15:45:26+05:30
पिता के अलावा और कोई नहीं चाहता , कि आप उससे ज्यादा तरक्की करे ..!!
दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !
चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !