मन्नतों के धागे बांधो या बांधो मुरादों की पर्ची
वो अपना नम्बर देगी तभी जब होगी उसकी मर्जी
sureshjain.com2023-07-06T22:20:23+05:30
कुछ तो राज छुपाएं जातें हैं मोहब्बत में यूं ही
कोई तीसरा अचानक से नहीं आ जाता जिंदगी में
sureshjain.com2023-07-06T22:20:23+05:30
ये जो मां की मोहब्बत होती है ना
यह तमाम मोहब्बतों की मां होती है..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:20:23+05:30
चांद के टेढ़े स्वरुप ने भी हमेशा प्रेमियों को सीधा प्रेम मार्ग दिखाया है।
राजेश गौरी
sureshjain.com2023-07-06T22:20:23+05:30
किससे पैमाने वफ़ा बाँध रही है बुलबुल,
कल न पहचान सकेगी गुल-ए-तर की सूरत।
sureshjain.com2023-07-06T22:20:34+05:30
चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं 'फ़राज़'
डूबते वक्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा
~ अहमद फ़राज़
sureshjain.com2023-07-06T22:20:34+05:30
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।
कह कबीर हरि पाइए मन ही की परतीत।।"