तू रूह में शामिल है मेरी
आती जाती साँसों की तरह
जिस पल भूलूँगी तुझे
वो लम्हा मेरा आखिरी होगा
sureshjain.com2024-04-13T10:42:16+05:30
कि मरने के बाद भी मेरी आंख खुली रही,
आदत जो पड गई थीं तेरे इंतज़ार की...
sureshjain.com2024-04-13T10:41:44+05:30
हर आदमी बेईमानी की तलाश में है,
और हर आदमी चिल्लाता है,
बड़ी बेईमानी है।
sureshjain.com2024-04-12T10:15:00+05:30
उन्हें ढूंढना आसान हो जाता उस पराए देश में ,
अगर मेरे पास उनकी कोई एक तस्वीर होती ...
sureshjain.com2024-04-12T10:14:38+05:30
ये राते ठहर क्यों नही जाती,
नींदों मे ही सही दो पल देख तो लूँ तुम्हे।।
sureshjain.com2024-04-12T10:13:46+05:30
चराग़ों को आँखों में महफ़ूज़ रखना
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी
sureshjain.com2024-04-12T10:13:25+05:30
हर तुफान से टकराएं वो आंधी बनाऊंगा,
नए अंग्रेज आएं हैं, नया गांधी बनाऊंगा
sureshjain.com2024-04-12T10:12:43+05:30
चाय के दुकान पर इतने छोटे कप हों गए हैं कि
लगता हैं चाय नहीं पोलियों ड्राप पिला रहे हैं...!


