जीतता वह है
जिसमें शौर्य, धैर्य, साहस, सत्व और धर्म होता है।
~ हजारी प्रसाद द्विवेद
दिल पर तो बहुत ज़ख़्म ज़माने के लगे हैं
ख़ुद-दारी से लेकिन कभी रोया नहीं जाता
पहरे मिरे होंटों पे लगा रक्खे हैं उस ने
चाहूँ मैं गिला करना तो बोला नहीं जाता
~ अज़हर नय्यर