8
Jul
जब जब तू गीत मोहब्बत के गाएगी, मेरी रूह को अपने आसपास ही पाएगी, और नहीं हुआ मुकम्मल इश़्क़ तो ग़म मत करना, मैं मौजूद रहूंगा तेरे संगीत में, जब भी तू साज बजाएगी..!! विरक्ति
Jul
जब जब तू गीत मोहब्बत के गाएगी, मेरी रूह को अपने आसपास ही पाएगी, और नहीं हुआ मुकम्मल इश़्क़ तो ग़म मत करना, मैं मौजूद रहूंगा तेरे संगीत में, जब भी तू साज बजाएगी..!! विरक्ति