पुरुष सफ़ल रहे जीवन में या असफल रहे…
वो हर परिस्थिति में एक छली गई स्त्री या टूटी हुई स्त्री के जीवन को बदल सकता है
उन्हें सकारात्मक कर सकता है और सहायता करने को तत्पर रहता है,
परंतु स्त्री जल्दी किसी टूटे हुए पुरुष की मदद तो क्या उसकी तरफ ध्यान तक देना उचित नहीं समझती।