sureshjain.com2024-03-27T12:58:44+05:30 मरहम लगता है उसके ज़ख्मों पर, वो हर भवसागर से तर जाती है, जब बेटे कि पहली तनख्वाह से, मां के सपनों कि साड़ी आती है..!!