माँ तुम मेरी अनूठी एक प्रेम कहानी अमूमन प्रेम कहानी में एक राजा एक रानी होते हैं पर तुम्हारी मेरी तो बात ही अलग है मेरे आँखों की मौन भाषा तुम पढ़ लेती हो मेरे हृदय के स्पंदन में तुम बसती हो मेरे सुख दुख में तुम भागीदार मेरे जीवन में इत्र सी सुगंधित तुम साझीदार