30Jun30/06/2023 sureshjain.com2023-07-06T22:08:50+05:30 हम ही हमको काट रहे हैं,हम ही हमको बाँट रहे हैं। हम ही हैं जो पाटें खाई,हम ही हैं जो करें खुदाई।