sureshjain.com2024-08-27T15:49:14+05:30 ख्वाहिशें हमारी जितनी थी, अरमान हमारे खाक हुए, मोहब्बत हमारी बढ़िया थी, हम समय के हांथों बर्बाद हुए..!! विरक्ति