sureshjain.com2024-08-27T16:41:51+05:30 भगवान को जो लिखना था लिख चुके क़िस्मत में, अब बारी मेरी हैं अपनी किस्मत बनाने की, कुछ तो लिखा ही होगा, इन हाथो की लकीरों में बस उसी पे जिंदगी बितानी हैं...