आदमी जब थक जाता है 
स्त्री को ढूँढता है 

आदमी जब ऊब जाता है 
स्त्री को ढूँढ़ता है

आदमी जब टूट जाता है 
स्त्री को ढूँढता है 

इसे दूसरे तरीक़े से कहें तो 
थके, 
टूटे, 
ऊबे हुए आदमी को 
सिर्फ़ स्त्रियाँ बचाती हैं ।

विशाल कृष्ण