स्त्री और मिस्त्री से, टकराने का मतलब घर का नक्शा बिगाड़ना।
sureshjain.com2024-02-28T12:42:48+05:30
जो हर मुलाकात पे चाय पिलाते हैं , वो लोग सीधा मेरे दिल को भाते हैं ।।
sureshjain.com2024-02-28T11:43:54+05:30
जिंदगी रोज़ कोई ताज़ा सफ़र मांगती है, और बेचारी थकान शाम को घर मांगती है।
sureshjain.com2024-02-27T11:42:28+05:30
मैं और मेरा रेड कार्पेट अक्सर ये बातें करते हैं तू होता तो ऐसा होता तू होता तो वैसा होता तू बीच की रेत पे बिछता, तू गार्डन में फैला होता तू समंदर के तल पे लेटकर मेरी ईगो सहला देता मैं और मेरा रेड कार्पेट अक्सर ये बातें करते हैं तू होता तो ऐसा होता तू होता तो वैसा होता
sureshjain.com2024-02-27T11:25:25+05:30
अहंकार भी आवश्यक हैं, जब बात आधिकार चरित्र एवं सम्मान की हो...
sureshjain.com2024-02-28T11:24:00+05:30
शाखें तराशने से ना बनेगी कोई बात, नफ़रत के सारे पेड़ जड़ों से उखाड़ दो.
sureshjain.com2024-02-27T12:29:51+05:30
जवानी की उम्र अक्सर , पसंदीदा चीजों की कुर्बानी मांगती है ।।


