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sureshjain.com2024-03-06T10:47:21+05:30
वे धर्म का डर देंगे 
वे जाति का डर देंगे 
वे ईश्वर का डर देंगे 
वे संस्कृति का डर देंगे 

तुम्हें वो सबकुछ देंगे जिनसे तुम डर सको 

तुम जितना डरोगे, 
वे उतने ही आततायी होते चले जायेंगे 
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sureshjain.com2024-03-06T10:46:10+05:30
हो अगर प्रेम की बात ... 
अधरों पर आए राधे-कृष्ण तेरा नाम ✨
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sureshjain.com2024-03-06T10:42:15+05:30
रिश्तों को जेबों में नहीं दिलों में रखिए …
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sureshjain.com2024-03-06T10:40:01+05:30
दो रोटी के वास्ते, मरता था जो रोज ।
 मरने पर उसके हुआ, देशी घी का भोज ॥
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sureshjain.com2024-03-06T10:39:25+05:30
कुछ ग़लत पते,
हमें आजीवन के यात्री बना देते है।
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sureshjain.com2024-03-06T09:43:45+05:30
मेरे हिस्से में भी ये दिन आए.... 
हथेली मेरी हो और अपने नाम की मेहंदी तू लगाए ! 
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sureshjain.com2024-03-06T09:06:22+05:30
तेरा तुझ को अर्पण..

क्या लागे मेरा..
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sureshjain.com2024-03-05T15:36:49+05:30
कितना ख़ास बनाया था हमें ईश्वर ने
हम कितने आम बन गए हैं
मशीनों से ग़ुलामी कराते कराते
मशीनों के ग़ुलाम बन गए हैं
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sureshjain.com2024-03-05T15:36:27+05:30
हर प्रशंसा करने वाला शुभचिंतक नहीं होता है.!
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sureshjain.com2024-03-05T15:35:46+05:30
मजबूर नहीं करूँगा किसी को बात करने के लिए,
जिसको जाना है वो चला जाये जो मेरा है वो ठहर जायेगा !!
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