ज़रूरतें तो फिर भी मान जातीं हैं भूख के पास मगर होता नहीं दिमाग़
sureshjain.com2024-03-13T12:24:57+05:30
मान ही लो अब जो भी कुछ है सच्चा झूठा सा, कब तलक करते रहें दिल की वक़ालत हम ?
sureshjain.com2024-03-13T12:22:59+05:30
जेब भरी हो तो रिश्ते बनाने वाले मिलेंगे , जेब खाली हो तो सबक सिखाने वाले मिलेंगे ...
sureshjain.com2024-03-13T12:21:05+05:30
छिप गई है हंसी चेहरे की, माथे पर चिंता के निशान है, ज़िम्मेदारियां जेब से बड़ी और साथ सिर्फ़ स्वाभिमान है.
sureshjain.com2024-03-13T12:20:04+05:30
बहुत सीधा सा परिचय है जिंदगी का, आसूं सच्चाई हैं और मुस्कुराहट एक नाटक...
sureshjain.com2024-03-13T10:32:22+05:30
अपनी पीड़ा के लिए संसार को दोष मत दो अपने मन को समझाओ तुम्हारे मन का परिवर्तन ही तुम्हारे दुखों का अंत है !
sureshjain.com2024-03-11T11:42:43+05:30
एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है तुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना । मुनव्वर राना


