सब कुछ चुराया जा सकता है।
पर दुनिया में कोई किसीका इरादा नहीं चुरा सकता।
सब कुछ चुराया जा सकता है।
पर दुनिया में कोई किसीका इरादा नहीं चुरा सकता।
खुदा से कहां कुछ छिपा है कभी मोहतरमा,
मैं तुमसे दूर हुआ इसमें भी रजा उसी की थी..!!
क्या उस गली में कभी तेरा जाना हुआ
जहाँ से ज़माने को गुज़रे ज़माना हुआ
मेरा समय तो वहीं पे है ठहरा हुआ
बताऊँ तुम्हें क्या मेरे साथ क्या-क्या हुआ
म्म हम्म, खामोशियाँ एक साज़ हैं
तुम धुन कोई लाओ ज़रा….
जैसे ही जमाना बदला
लोग बदलने लग गये,
अब कोई दिल्लगी नहीं करता
सबको चाहिए बस कोई
वक्त बिताने के लिये…
हजारों की भीड़ में भी पहचान लेते हैं,
पापा कुछ कहे बिना ही सब जान लेते हैं..!!
तमन्ना है की हर तमन्ना में तू रहे….
तुझमें मैं रहूं और मुझमें हमेशा तू रहे
बच्चो बाली हरकत करने बाली लड़कियां,
किस्मत बालों को मिलती है…||
माना के मां की गोद बहुत लाजवाब है एहसान पिता का भी कोई कम तो नहीं है...
कितनी मासूम है एक तरफ़ा मोहब्बत वैसे खेलता रहता है ... मैदान में बच्चा तन्हा
जो कुछ भी हूॅं पर यार गुनहगार नहीं हूॅं,
दहलीज़ हूॅं दरवाजा हूॅं पर दीवार नहीं हूॅं !!