मसरूफ हो बोहोत तुम ...
कहो खुश तो हो ना तुम ...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
न मैं गिरा और न मेरे हौसलों के मीनार गिरे।
पर, लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
अहंकार करने पर इंसान की प्रतिष्ठा,
वंश वैभव तीनों ही समाप्त हो जाते हैं।
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
बुरी आदतें समय पर ना बदली जायें ,
तो वही बुरी आदतें समय बदल देती हैं ...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
दोस्त हो या प्यार उन्हें छोड़ देना उचित है ,
जो आपके होने का मूल्य ना जानते हों ...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
अपनी खुशी के मालिक खुद बनो ,
वरना यहां दिल दुखाने वाले बहुत हैं ...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
कभी खुदा से मिला तो जरूर पूछूंगा,
ग़ुलाब' कितने लगे थे तुम्हें बनाने में...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:16+05:30
और ,
फिर मेरा खुद को संभाल के संभल जाना ही इस आधी अधूरी प्रेम कहानी का अंत होगा।