तेरी एक चाय ने खरीद लिया हमें,
बड़ा गुरूर था हमे की हम बिकते नहीं...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
अचेतन मन में कोई न कोई ऐसी ग्रन्थि होती है,
जो चैन से कहीं भी बैठने नहीं देती...
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
सुना हैं., लोग इश्क में जान दे देते है पर..
अगर जब तक जान है तब तक साथ दे..
वो इश्क़ की सही पहचान देते है.
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
"मां नहीं है"
पीहर के Gate पर पहुंचते ही
मां, मां, मां
का शोर करते हुए अंदर घुसना
अब थम सा गया है
क्योंकि मां नहीं है
कुछ अपनी कुछ पराई बातें होती थीं
कुछ जुबान से तो कुछ आंखों ही आंखों में
समझ जाती थी
अब कहने को कुछ नहीं है
क्योंकि मां नहीं है
आपके गोद में सिर रखकर सोना
आपका अपना जादुई हाथ फेर देना
ऐसा लगता था मानो
आपने फिर एक बार सारी
जिम्मेदारियां अपने ऊपर ले ली हों
अब सब बहुत याद आता है
क्योंकि मां नहीं है
आप दूर रहकर भी साथ थीं
मिलने की एक आस थी
किससे कहूं मन की बातें
आपकी हां हूं भी सुनाई नहीं देती है
क्योंकि मां नहीं है
आपके होते हुए वहां जाना
जितना सुखद था
बेमन से वापस आकर
वहीं की यादों में खोए रहना
उतना ही दुखद
अभी भी आंखें मां को ढूंढती हैं
क्योंकि वहां मां की तस्वीर है
अब "मां "नहीं है
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
शब्द सरिता बहती रहे,
कलम अनवरत चलती रहे,
बस यही आशीर्वाद मिलता रहे ! !
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
सेक्स सिर्फ दस मिनट का काम है,
दिवाना बनाने वाला प्यार ही है।
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
बिन बताये उसने क्यों ये दूरी कर दी,
बिछड़कर उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी !
मेरे मुकद्दर में गम आये तो क्या हुआ ,
खुदा ने उसकी खुवाईश तो पूरी कर दी !
sureshjain.com2023-07-06T22:23:03+05:30
तेरी मोहब्बत का असर दिखने लगा है,
वतन नफरतों से नफरत करने लगा है !