हवा ने किया ऐसे स्पर्श तन
जैसे छू कर मन मीत गया
कुछ भरा हृदय प्रेम मगर
दृग जल से कुछ रीत गया।
sureshjain.com2023-07-06T22:22:46+05:30
पिता का क्रोध कदापि आपका अवरोध नहीं,
सही मार्ग पर चलने का अनुरोध है।
sureshjain.com2023-07-06T22:22:46+05:30
इंसानों की इस दुनिया में बस यही तो एक रोना है,,
अपना दिल दिल होता है,दूजे का खिलौना है..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:22:46+05:30
तस्वीरों पर फिल्टर इतना ही लगाएं कि मिलना पड़े!..
तो शर्मिंदगी ना हो…!
sureshjain.com2023-07-06T22:23:02+05:30
सारा ज़माना जब खिलाफ था भूलो नही
में आपके बाप के कंधे से कन्धा मिलाए खड़ा था
sureshjain.com2023-07-06T22:23:02+05:30
जिंदगी में एक ही उसूल रखों ,
जहाँ कदर नहीं वहां कदम मत रखों …
sureshjain.com2023-07-06T22:23:02+05:30
मैं जो कहता था बदलूंगा नहीं कभी खुद को
इन दिनों मैं उस पुराने लड़के को ढूंढ रहा हूॅं !!
sureshjain.com2023-07-06T22:23:02+05:30
उसने हमें छोड़ा शायद कदर नहीं थी इश़्क़ की,
हम अपनी वफाओं के बादशाह तो आज भी हैं..!!