फ़िक्र में जिसकी ज़माना छोड़ दो तुम,
वो तन्हा छोड़ने में ज़रा भी देर नहीं करता..!
sureshjain.com2024-06-21T00:39:43+05:30
ये गांधी का देश है लेकिन
इसी देश में अंग्रेजों ने फूट डाले, शासन किए
sureshjain.com2024-06-21T00:37:54+05:30
मेरा circle छोटा है क्योंकि,
मैं Quantity में नहीं Quality में विश्वास करता हूं।
sureshjain.com2024-06-20T10:33:21+05:30
खुद से बेखबर हूं
पता नही मैं कौन हूं
दर्द है ज्यादा
फिर भी मौन हूं
इधर उधर मैं
गलियों में फिरता हूं
कोई पूछले गर इकबार
की मैं कौन हूं
कह दूंगा ..
खुद की तलाश में हूं
भटकता मैं कोई राही
दीन दुनिया से भी बेखबर हूं
शायद इसलिए ही मैं अब मौन हूं!
sureshjain.com2024-06-20T10:31:39+05:30
हम उस दौर में जी रहे हैं दोस्त..
जहाँ मासूमियत को बेवकूफी कहा जाता हैं..!!
sureshjain.com2024-06-20T10:30:20+05:30
इतने सिद्दत से मेहनत करो तुम..
कि तुमको कतरा नहीं तुमको समंदर मिले..
sureshjain.com2024-06-19T13:19:44+05:30
परिवार, हालात और रिश्ते जो संभालना चाहता है,
वही झुक जाता है,
वर्ना स्वाभिमान तो सुदामा का भी कहाँ कम था।