sureshjain.com2023-07-06T22:23:39+05:30
मेरे लफ्जों को थोड़ा ध्यान से पढ़ा करो मैंने सच में जिंदगी बर्बाद की है .....!!
sureshjain.com2023-07-06T22:18:08+05:30
मेरे ज़ख्मों को उसने तब और ताजा कर दिया,
जब उसने मेरे दोस्त से निकाह का वादा कर दिया..!!
sureshjain.com2023-07-06T22:18:19+05:30
सुख को तब तक महसूस नहीं कर सकते,
जब तक दुख का अनुभव नहीं होता…
sureshjain.com2024-08-28T14:18:55+05:30
तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पे वार करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो,
तैर के दरिया पार करो
फूलों की दुकानें खोलो,
ख़ुशबू का व्यापार करो
इश्क़ ख़ता है तो ये ख़ता
एक बार नहीं सौ बार करो।
sureshjain.com2024-04-16T10:51:30+05:30
आप बस किरदार हैं अपनी हदें पहचानिए
वरना फिर एक दिन कहानी से निकाले जाएंगे
sureshjain.com2023-08-28T17:23:51+05:30
इरादा है बदलने का तो कोशिश कर बदलने की अगर सूरज नहीं है तो चराग़ों से उजाला कर मिलेगी हार या फिर जीत का परचम उठाएगा नतीजा जो रहे लेकिन नया सिक्का उछाला कर राघवेंद्र द्विवेदी
sureshjain.com2024-02-27T12:27:17+05:30
कहना राम जी से हालत नहीं ठीक है हर परीक्षा का पेपर यहाँ लीक हैं
sureshjain.com2024-08-27T16:56:28+05:30
दुनिया के सारे खुदा झूठे है ,,,, भूखे को रोटी दे नही सकते ,,, बाद मरे जन्नत का वादा है
sureshjain.com2023-07-06T22:19:30+05:30
लाचार है बीमार है सही से चल नहीं सकता,
एक गरीब बिना मेहनत किये पल नहीं सकता,
और जो खुद कांटे हैं उन्हें तक़दीर सुख भेजती है,
वहीं मुफलिसी उम्मीद लिए सड़कों पर फूल बेचती है..!!
sureshjain.com2024-09-19T14:13:04+05:30
लोगों के काम आते रहिये,
क्योंकि क़ुदरत का एक उसूल है,
कि जिस कुएँ से लोग पानी पीते रहें,
वो कभी सूखता नहीं है
sureshjain.com2024-07-15T15:29:12+05:30
विरासत मे हमेशा जागीर सोना चांदी नहीं मिलते,
कभी कभी जिम्मेदारियां भी मिल जाती है!!
sureshjain.com2023-07-06T22:18:53+05:30
गांव की मिट्टी के पले बढ़े हैं,
हमें अदाएं कम और मर्यादाएं ज्यादा पसंद हैं….
sureshjain.com2024-12-11T12:26:12+05:30
उसको अपना समझने का क्या फ़ायदा, जिसके अंदर आपके लिए अपनापन ही ना हो।
sureshjain.com2024-03-01T16:08:16+05:30
मजबूत हूं लेकिन फिर भी टूट जाता हूं मुझे अपनों का अजनबी लहजा बहुत तकलीफ देता है
sureshjain.com2023-08-22T02:35:08+05:30
पैर ज़मीं पर रखकर आसमां में उड़ना चाहती हैं ये बेटियाँ कुछ नहीं चाहती, बस जीना चाहती हैं।
sureshjain.com2024-08-28T13:47:28+05:30
एक अदा से शुरू एक अन्दाज़ पर खत्म होती है ,
नजर से शुरु हुई मोहब्बत नजरअंदाज पर खत्म होती है !!
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !