04Jul04/07/2023 sureshjain.com2023-07-06T22:07:54+05:30 ज़िंदगी इक़ बुरी बला है तो इन बलाओं से जूझते है मौत इक़ हल नही चलो ख़ुद की ख़ता'ओ से जूझते है