भीगा भीगा सूरज है
भीगी भीगी सी रात
ख्वाबों को जा के कह दो
खलेल न पहुँचाएँ
आज है उनसे मुलाकात…
चांदनी
हवा पहन कर
खुश्बू लूंटाने लालायित है,
सूरज की साक्षी में
खूबसूरत शब का
हो रहा है #आगाज़
आज आज
है उनसे मुलाकात ..
श्रुंगार भैरवी का
हो रहा #आगाज़
आज आज..
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