28Jun28/06/2023 sureshjain.com2023-07-06T22:09:44+05:30 सोचती हूं, खुद से इश्क करूं मैं अबऔर खुद में ही मुकम्मल हो जाऊं इधर- उधर झांकने के बजाय,खुद के मायने समझ जाऊं मैं अब