sureshjain.com2023-07-06T22:12:38+05:30 मैं मुद्दतों जिया हूँ किसी दोस्त के बग़ैरअब तुम भी साथ छोड़ने को कह रहे हो ख़ैर फ़िराक़ गोरखपुरी