sureshjain.com2023-07-06T22:12:55+05:30 मेरे लिए वर्तमान ही सब कुछ है। भविष्य की चिंता हमें कायर बना देती है,भूत का भार हमारी कमर तोड़ देता है। ~ मुंशी प्रेमचंद