चेहरे पर शिकन दिल में बेकरारी है, कैसे भरेगा पेट ये चिंता सता रही है,
और मुफलिसी इतनी कि खाने को निवाला तक नहीं है,
आज उसकी फसल भी बरसात खाए जा रही है..!!