मैं बेरागी हूं… महादेव नहीं
पर तुम्हारी काया से अधिक तुम्हारी आत्मा को चाहूंगा..!
मैं प्रेमी हूँ… कान्हा नहीं
पर तुम्हारे नाम को सदैव अपने आगे लगाऊंगा..!
मैं मर्यादित हूं… श्रीराम नहीं
पर तुम्हारे अलावा मैं किसी और का न हो पाऊंगा..!
![](https://sureshjain.com/wp-content/uploads/2023/06/20230625_131942-400x250.jpg)
मैं बेरागी हूं… महादेव नहीं
पर तुम्हारी काया से अधिक तुम्हारी आत्मा को चाहूंगा..!
मैं प्रेमी हूँ… कान्हा नहीं
पर तुम्हारे नाम को सदैव अपने आगे लगाऊंगा..!
मैं मर्यादित हूं… श्रीराम नहीं
पर तुम्हारे अलावा मैं किसी और का न हो पाऊंगा..!