मुकद्दर में लिखी
कोई बात हो तुम,
तकदीर की एक
खुबसुरत सौगात हो तुम,
करके प्यार तुम्हें
महसूस किया जैसे,
सदियों से यूं ही
मेरे साथ हो तुम..!