sureshjain.com2023-07-06T22:17:44+05:30 ज़िन्दगी तुम्हारे उसी गुण का इम्तिहान लेती हैजो तुम्हारे भीतर मौजूद है मेरे अन्दर इश्क़ था ~ अमृता प्रीतम