लाख समझाया था उसको की दुनिया विश्वास के लायक नही है फिर भी उसने मुझे छोड़ थामा किसी गैर को अब वो खाए लाख ठोकरें मुझे उसका हाथ थामना ही नहीं है जेहन में रहेगा ताउम्र वो हां ज़िंदगी में अब मुझे उसको लाना नहीं है…!!!