ख़्वाब ख़्वाहिश ख़ैरियत है ज़िंदगी
हक़ीक़त उल्फ़त कैफ़ियत है ज़िंदगी

एक उम्र के सौदे में बंधी हुई
इनायत इबादत तबियत है ज़िंदगी..!

~ नेहा यादव