ये गर्मी भी बिल्कुल तुम्हारे ही जैसी है……
आजकल सुबह भी तुम्हारे जैसी है,
थोड़ी तपिश तो थोड़ी चमक सी है,
और सुबह के बाद शाम का इंतजार
बिल्कुल तुम्हारे इंतजार के जैसा बेसब्री सा