sureshjain.com2023-07-06T22:20:22+05:30 हर लम्हा सांसें बुड्ढी हो रही है जिंदगी मौत के साये में हैं फिर भी जिद्दी हो रही है बेवफा को बेख़बर रखना मेरी मौत की खबर से जमाने के लिए आंसू हैं वो अंदर हस रही है!!