उसे बुलाया नहीं जाता ना उसे रोका जाता है…. जिसपर अधिकार ना हो उसे ही मांगना पड़ता है ,
जो तुम्हारा होता है वो हर परिस्थिती मे तुम्हारा होता है और जो तुम्हारी पीड़ाओं का आक्रोश नहीं समझ पाता,
उसके लिये अपने जीवन में मौन रखना कभी उचित नहीं होता. तो फिर यह हुआ, मैने उसे जाने दिया..