“ये फ़र्ज़ रहे ध्यान में,
लिखा है संविधान में,
अगर कोई भी बात,
तेरा मन गई कचोट कर,
तू वोट कर,

ये प्रश्न तेरे बल का है,
सवाल तेरे कल का है,
समय ये फ़ैसले का फिर से,
आ गया है लौट कर,
तू वोट कर”